खूबसुरत दुनिया नही, लोग होते है। और कुछ रिश्ते खून से नहीं, दिल से जुड़े होते है कस्मे वादे तो सब ही खाते है,कस्मे वादे तो सब ही खाते है पर निभा जाने वाले लोग ,कुछ ही होते... Continue Reading →
Writing is like breathing, rather a breath of fresh air.
खूबसुरत दुनिया नही, लोग होते है। और कुछ रिश्ते खून से नहीं, दिल से जुड़े होते है कस्मे वादे तो सब ही खाते है,कस्मे वादे तो सब ही खाते है पर निभा जाने वाले लोग ,कुछ ही होते... Continue Reading →